Today is very special day for all of us to remember our mother who gave us birth for our existence in the world !! Yes we respect each day of our life our respect to mother but dedicating a day is also good thoughts to enhance our moral values in our life as she our first teacher , friend that we can share each and everything in life .
दुनिया में हमारे अस्तित्व के लिए हमें जन्म देने वाली माँ को हम सभी को याद करने के लिए !! हाँ हम अपने जीवन के प्रत्येक दिन का सम्मान करते हैं, माँ के प्रति हमारे सम्मान लेकिन एक दिन समर्पित करना हमारे जीवन में हमारे नैतिक मूल्यों को बढ़ाने के लिए भी अच्छे विचार हैं क्योंकि वह हमारी पहली शिक्षक, मित्र हैं कि हम जीवन में प्रत्येक और सब कुछ साझा कर सकते हैं
Maa- a three letter word which comprises of whole world. She is the one who strives hard, overcome difficult situations & struggle of 9 months to give birth to her child. Child learns maximum of the things in her womb before birth & some are inbuilt in them by a mother.The first letter that a kid learn to speak is “Maa”. … Mother is the only person who gives the first lesson to her child, makes her kids learn to know good & bad things, make them learn to value relations.
Mother is the best adviser for her kids ,who whether educated or not, teaches the best lessons of life, she makes them learn to be best & unique in every sphere of life. Yes my own other Srimati Kamlarani ji was only 4th grade education but what she taught all of our family was much more meaningful to forgive others , look for your own development and live simple life . Mother is the best adviser for her kids ,who whether educated or not, teaches the best lessons of life, she makes them learn to be best & unique in every sphere of life.
माँ - एक तीन अक्षर का शब्द जिसमें पूरी दुनिया शामिल है। वह वह है जो कड़ी मेहनत करती है, कठिन परिस्थितियों को दूर करती है और अपने बच्चे को जन्म देने के लिए 9 महीने का संघर्ष करती है। बच्चा जन्म से पहले अपने गर्भ में सबसे अधिक चीजें सीखता है और कुछ उनमें एक माँ द्वारा अंतर्निहित होती है। एक बच्चा जो बोलना सीखता है उसका पहला अक्षर "माँ" होता है। ... माँ ही एकमात्र ऐसी व्यक्ति है जो अपने बच्चे को पहला पाठ देती है, अपने बच्चों को अच्छी और बुरी बातें जानना सिखाती है, उन्हें रिश्तों को महत्व देना सिखाती है।
I remember her every day although she went to heaven in 2010 but her soul still inspire me .I thought of sharing her picture in this blog so she memory remain engraved as whatever I write and think just because of my mother .I also had occasion to celebrate mothers day when she came to USA in 2003 . We all family gave surprise to visit India and celebrated 80th year birthday of my mother in law Smt Savitri ji and still get her blessings by calling her each day .I also remember close to my heart just like my mom respected Yashoda ji Tilwani who now lives in haven but her memories keep and all family in our heart
मैं उसे हर दिन याद करता हूं, हालांकि वह 2010 में स्वर्ग गई थी, लेकिन उसकी आत्मा अभी भी मुझे प्रेरित करती है। मैंने इस ब्लॉग में उसकी तस्वीर साझा करने के बारे में सोचा ताकि वह स्मृति बनी रहे जो मैं लिखता हूं और सोचता हूं सिर्फ अपनी मां की वजह से। मुझे भी अवसर मिला था 2003 में यूएसए आने पर मदर्स डे मनाया। हम सभी परिवार ने भारत आकर सरप्राइज दिया और अपनी सास श्रीमती सावित्री जी का 80वां जन्मदिन मनाया और अभी भी उन्हें हर दिन फोन करके उनका आशीर्वाद मिलता है। मुझे भी अपने दिल के करीब याद है जैसे मेरी माँ आदरणीय हैं यशोदा जी तिलवानी जो मुझे माँ की तरह प्यार देती थीं। हमारे दिल मे हैं माँ अपने बच्चों के लिए सबसे अच्छी सलाहकार होती है, जो शिक्षित हो या न हो, जीवन का सबसे अच्छा पाठ पढ़ाती है, वह उन्हें जीवन के हर क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ और अद्वितीय बनना सिखाती है। हां मेरी अपनी अन्य श्रीमती कमलारानी जी केवल चौथी कक्षा की शिक्षा थीं, लेकिन उन्होंने हमारे पूरे परिवार को जो सिखाया वह दूसरों को क्षमा करने, अपने स्वयं के विकास की तलाश करने और सादा जीवन जीने के लिए कहीं अधिक सार्थक था। माँ अपने बच्चों के लिए सबसे अच्छी सलाहकार होती है, जो शिक्षित हो या न हो, जीवन का सबसे अच्छा पाठ पढ़ाती है, वह उन्हें जीवन के हर क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ और अद्वितीय बनना सिखाती है
Lets understand in Sanskrit & Ramayan how role of mother is explain that i learnt in my school days in India
मित्राणि धन धान्यानि प्रजानां सम्मतानिव | जननी जन्म भूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी || “मित्र, धन्य, धान्य आदि का संसार में बहुत अधिक सम्मान है। (किन्तु) माता और मातृभूमि का स्थान स्वर्ग से भी ऊपर है।””Friends, riches and grains are highly honored in this world. (But) mother and motherland are superior even to heaven.”
Sanskrit shloka, and the national motto of Nepal.
नेपाल के राष्ट्रीय चिह्न या कोट ऑफ आर्म्स में सबसे पहले नेपाल का राष्ट्रीय झंडा है. उसके नीचे दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट और माउंट कोमोलंगमा का बिम्ब है. फिर हरे रंग के पहाड़ पहाड़ी क्षेत्र के प्रतीक हैं और पीला रंग उपजाऊ तराई क्षेत्र का प्रतीक है. पुरुष और स्त्री के मिलते हुए हाथ लैंगिक समानता के प्रतीक हैं और नेपाल के राष्ट्रीय फूल की माला के साथ ही आधार पर एक रिबन के भीतर नेपाल के मोटो के रूप में एक श्लोक लिखा है : ‘जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी.’
माता का प्यार, दुलार व वात्सल्य अतुलनीय है। इसी प्रकार जन्मभूमि की महत्ता हमारे समस्त भौतिक सुखों से कहीं अधिक है ।जिस प्रकार माता बच्चों को जन्म देती है तथा उनका लालन-पालन करती है, अनेक कष्टों को सहते हुए भी बालक की खुशी के लिए अपने सुखों का परित्याग करने में भी नहीं चूकती उसी प्रकार जन्मभूमि जन्मदात्री की भाँति ही अनाज उत्पन्न करती है ।
वह अनेक प्राकृतिक विपदाओं को झेलते हुए भी अपने बच्चों का लालन-पालन करती है । अत: किसी कवि ने सच ही कहा है कि वे लोग जिन्हें अपने देश तथा अपनी जन्मभूमि से प्यार नहीं है उनमें सच्ची मानवीय संवेदनाएँ नहीं हो सकतीं ।
Few more thoughts
उनसे पूछो जिनकी माँ नहीं होती लोरी सुनती है चुपके सुलाती है लोरी सुनती है चुपके सुलाती है याद तुम्हारी जब जब मुझको आती है, आती है आ आ.. (आजा सीने से तुझको लगा लूँ मैं चिर के दिल को धड़कन में छुपा लूँ मैं
I love tum kitni achi hai (तुम कितनी अच्छी हो- You are so nice https://www.youtube.com/watch?v=UFtgzNrd9rs
Explanation of Naha Kakkar mother song
तू कितनी अच्छी है तू कितनी भोली है
(You are so pleasant, you are so simple)
प्यारी-प्यारी है ओ माँ ओ माँ
(You are loving, o mother, o mother)
ये जो दुनिया है ये बन है काँटों का
(This world which is forests of thorns)
तू फुलवारी है ओ माँ ओ माँ
(You are a flower garden, o mother, o mother)
तू कितनी अच्छी …(You are so pleasant…)
दूखन लागीं माँ तेरी अँखियाँ
(Mother your eyes seem sad)
मेरे लिए जागी है तू सारी-सारी रतियाँ
(For me you have been awake all those nights)
मेरी निंदिया पे अपनी निंदिया भी तूने वारी है
(For my sleep you’ve even given up your sleep)
ओ माँ ओ माँ
(O mother, o mother)
तू कितनी अच्छी …(You are so pleasant…)
अपना नहीं तुझे सुख-दुख कोई
(You have no happiness or sadness for your own)
मैं मुस्काया तू मुस्काई मैं रोया तू रोई
(You smile when I smile, you cry when I cry)
मेरे हँसने पे मेरे रोने पे तू बलिहारी है
(For the sake of my laughter and tears you give up everything)
(O mother, o mother)
तू कितनी अच्छी …(You are so pleasant…)
Another good song I love that along with sibling we sang when celebrating 50th marriage anniversary of my mom and dad- http://www.lyricsgram.com/song/yeh-to-sach-hai-ki-bhagwan-hai-14255 . This say true there is God is supreme but before that is our mom and dad who brought us in this word
ये तो सच है की भगवान हैहै मगर फिर भी अन्जान हैधरती पे रूप माँ-बाप काउस विधाता की पहचान है . Yeh to sach hai ki bhagwan hai,Hai magar phir bhi anjaan hai,Dharti pe roop maa baap ka,
Us vidhaata ki pehchaan hai
Another good heart touching SONG माँ मुझे अपने आँचल में छिपा ले गले से लगा ले कि और मेरा कोई नहीं – maa mujhe apne anchal mein Chipa ley, gale se laga ley Ki aur mera koyi nahi
माँ मुझे अपने आँचल में छिपा ले गले से लगा ले कि और मेरा कोई नहीं फिर न सताऊँगा कभी पास बुला ले गले से लगा ले कि और मेरा कोई नहीं माँ मुझे अपने भूल मेरी छोटी सी भूल जाओ माता ऐसे कोई अपनों से रूठ नहीं जाता रूठ गया हूँ मैं तू मुझको मना ले गले से लगा ले कि और मेरा कोई नहीं
माँ मुझे अपने गोद में तेरी आज तक मैं पला हूँ उँगली पकड़ के तेरी माँ मैं चला हूँ तेरे बिना मुझको अब कौन सम्भाले गले से लगा ले कि और मेरा कोई नहीं माँ मुझे अपने गले से लगा ले कि और मेरा कोई नहीं
Conclusion
How can I write about mom in post as she remains in our heart and entire life will go to explain our feeling and appearance in life .The past year has been challenging for all of us. But, what we have witnessed is the relentless efforts of our mothers to keep us all going. When the world shut down, the moms stepped up like never before. Without missing a beat, they became teachers, caretakers, coaches, housekeepers, all while managing what was required of them in their daily life. Over the past year, they’ve juggled not just constantly changing schedules and never-ending to-do lists, they also ensured those they cared for felt safe, secure and loved during these uncertain times
Lets each day our love and affection grow to remember our mom who is single source in the entire world to inspire us to continue learn good moral values in life .
Mamaji very rightly said..
No one can take place of Maa..
Maa bolte barabar we feel her love.
She take cares of everyone around and specially her children.
Naniji was so loving and caring.
She gave me so much of love and pampered me always.
Whenever she use to see me i can see her love for me in her eyes.
Meri Dadi to hamare sath ek dum Baccho ki tarha kelti thi.
Maa always give best for there kids and eat last..
Kuch bahoot acha lagta hoga maa ko tabhi bhi apne bache ko khilati hai aur baad main kud khati hai.
Few moms show anger and few mom show love but there goal is there child should not do anything wrong.
Nice message dad